पितामह श्री सीता राम तिवारी जी की स्मृती जीवन का चित्रण है:
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✍️ साहित्यिक-काव्यात्मक परिचय
टैरिया की धरती का गौरव,
सलेमपुर-देवरिया की पहचान।
सीता राम तिवारी थे पितामह,
संस्कार जिनके अनुपम दान॥
धैर्य, धर्म और कर्म की गाथा,
जिनसे मिली जीवन की परिभाषा।
वो दीप बने परिवार-समाज के,
जगमगाता जिनसे आभास॥
उसी परंपरा के सच्चे उत्तराधिकारी,
रामेश्वर नाथ तिवारी का है उदय।
लेखन, चिंतन, संस्कृति की साधना,
जन-जन तक संदेशी सुरभि का प्रवाह॥
भोजपुरी का रस, संस्कृत का तेज,
काव्य में गूँजे जीवन-संदेश।
विचारों से रचे जो अमर पथ,
वो तिवारी वंश के सच्चे रत्न॥
रामेश्वर नाथ तिवारी
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