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कर्म और भाग्य
बहुत पुराने समय की बात है। एक जंगल में एक महात्मा निवास करते थे। जंगल के दोनों ओर दो अलग-अलग राज्य थे। दोनों के ही राजा महात्मा के पास आ...
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पद्म भूषण श्री पंडित रामकिंकर उपाध्याय जी महाराज - मानस मर्मज्ञ वर्ष 1984 में बिरला मंदिर , नयी दिल्ली के प...
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"ऊं कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने प्रणत: क्लेश नाशाय, गोविन्दाय नमो-नम:"। देवराहा बाबा के भक्तों में कई बड़े लो...
http://rntiwari1.blogspot.com/2021/10/blog-post.html
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