05 अप्रैल, 2013

तुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो...




तुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो

 -कैफ़ी आज़मी

तुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो
क्या ग़म है जिस को छुपा रहे हो
आँखों में नमी हँसी लबों पर
क्या हाल है क्या दिखा रहे हो
बन जायेंगे ज़हर पीते पीते
ये अश्क जो पीते जा रहे हो
जिन ज़ख़्मों को वक़्त भर चला है
तुम क्यों उन्हें छेड़े जा रहे हो
रेखाओं का खेल है मुक़द्दर
रेखाओं से मात खा रहे हो

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

भगवान और भारत

🌸 भगवान भारत में ही क्यों जन्म लेते हैं? | Why God Takes Birth in India क्या आपने कभी सोचा है कि भगवान के अवतार (राम, कृष्ण, बुद्ध, महावीर)...